इश्क में इतना जोर होता है
पूरे जीवन में, शोर होता है
वर्षा देख, जो नाचने लगे
रसीक, रंगीला मोर होता है
प्रीत कर, चमत्कार करे
वह बस चितचोर होता है
काम होते बस देखता रहे
नालायक काम चोर होता है
चालाकी कर, हरामी बने
मवाली माल चोर होता है
खुद वह नहीं कर सकता
बेकार बस, बोर होता है
समझ को सोतन समझे
वह गवार, ढोर होता है
दिल दरिया हो, बूंद हो
सब उसके बतौर होता है
"प्यास" को कैसे समझे
वह न खुला डोर होता है .... "प्यास"
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