मंगलवार, 24 फ़रवरी 2015


शुभ संध्या - भरपूर माया 
हाइकु कवितायें -- ये संध्या मेरी 
1
प्रीत से भरी 
खुशीयों से है घिरी 
ये संध्या मेरी
2
शांती गहरी 
सुख देने ठहरी 
ये संध्या मेरी
3
कभी न बुरी 
सब की है दुलारी 
ये संध्या मेरी
4
प्रीत की चेली 
नीली, पीली, रंगीली 
ये संध्या मेरी
5
प्रीत से जुडी 
सुख दुःख की कड़ी 
ये संध्या मेरी
6
आत्मा चैन ले 
संध्या से ही रैन ले 
ये संध्या मेरी
7
रंग बिरंगी 
रसीली व सुगंधी 
ये संध्या मेरी
8
संध्या में करी 
प्रीत कभी न मरी 
ये संध्या मेरी
9
भीगा जो  भेष 
भली भई  बारिश 
ये संध्या मेरी

अरविंद व्यास "प्यास"

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