शुभ संध्या - भरपूर माया
हाइकु कवितायें -- ये संध्या मेरी
1
प्रीत से भरी
खुशीयों से है घिरी
ये संध्या मेरी
2
शांती गहरी
सुख देने ठहरी
ये संध्या मेरी
3
कभी न बुरी
सब की है दुलारी
ये संध्या मेरी
4
प्रीत की चेली
नीली, पीली, रंगीली
ये संध्या मेरी
5
प्रीत से जुडी
सुख दुःख की कड़ी
ये संध्या मेरी
6
आत्मा चैन ले
संध्या से ही रैन ले
ये संध्या मेरी
7
रंग बिरंगी
रसीली व सुगंधी
ये संध्या मेरी
8
संध्या में करी
प्रीत कभी न मरी
ये संध्या मेरी
9
भीगा जो भेष
भली भई बारिश
ये संध्या मेरी
अरविंद व्यास "प्यास"
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