संघर्षी, सच्चे अन्ना (बडे भाई) के संघर्ष पर
मानव की एकता,
मानव क्या,
भगवन है देखता
यैसे मानव,
मानव समाज का,
भाग्य है लिखता.... "प्यास"
गर कुछ है बनाना, बनना,
बन ही जाओ अन्ना .
सत्य साथ साथ चलो,
चलते रहो, न रूकना .
मानव ले, मानवता ले,
हो मानव का धरना ,
भ्रष्टाचार को झंझोडो,
आगे कभी न झुकना ,
भ्रष्टो का भंडार हो तो,
क्रांती ले है उगना, क्रान्ती ले जगना ..... "प्यास"
बापू का भारत, गुलामी से आजादी
अन्ना का भारत, भ्रष्टो से आजादी
अब बस मानव होना ही बाकी होगा
मानव का भारत, द्वेषो से आजादी.... "प्यास"
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